INCREASE IN DA/DR TO GOVERNMENT EMPLOYEES/PENSIONERS सरकारी कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के डीए/डीआर में वृद्धि
Ministry of Finance
Department of Expenditure :
Rajya Sabha
Unstarred Question No. 1806
To be answered on Tuesday, 2nd August, 2022
Sravana 11, 1944 (Saka)
Increase in DA/DR to Government employees/pensioners
1806:: Shri Naranbhai J. Rathwa:
Will the Minister of Finance be pleased to state:
(a) whether it Is a fact that wholesale inflation has accelerated to 30-year high at 15.8 percent with the result that Wholesale Price Index(WPI) has also zoomed and likely signals are of continued inflationary upward pressure;
(b) whether in spite of rising in WPI, the increase in Dearness Allowance for Central Government employees and Dearness Relief for pensioners remained at three per cent, and if so, the reasons thereof; and
(c) whether Government would consider the increased WPI and approve DA/DR at higher rates while approving the next instalment of DA/DR to Government employees/pensioners and if not, the reasons therefor?
Answer
Minister of State in the Ministry of Finance
(Shri Pankaj Chaudhary)
(a) Yes, Sir. As per Wholesale Price Index (WP), inflation of 15.88% has been registered in the month of May, 2022 which is highest in the last 30 years (from April 1992). However, the aforesaid rate of inflation has reduced to 15.18% in the month of June, 2022. Details are given in Annexure-I.
(b) & (c) No, Sir. Calculation of Dearness Allowance (DA)/Dearness Relief (DR) to Central Government employees/pensioners, is not based on WPI based inflation. DA/DR to Central Government employees/pensioners is calculated on the basis of rate of inflation as per All India Consumer. Price Index for Industrial Workers (AICPI-IW) released by Labour Bureau (Shimla), Ministry of Labour and Employment.
भारत सरकार
वित्त मंत्रालय
व्यय विभाग
राज्य सभा
लिखित प्रश्न संख्या – 1806
मंगलवार; 2 अगस्त, 2022/11 श्रावण, 1944 (शक)
सरकारी कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के डीए/डीआर में वृद्धि
1806, श्री नारण भाई जे. राठवा:
क्या वित्त मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे किः
(क) क्या यह सच है कि थोक मुद्रास्फीति 30 वर्ष के उच्च स्तर 15.8 प्रतिशत पर पहुंच गई है जिसके परिणामस्वरूप थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूेपीआई) में भी उछाल आया है और संभावित संकेत इस बात के हैं कि मुद्रास्फीतिकारक उर्ध्वमुखी दबाव बना रहेगा;
(ख) क्या बढ़ते थोक मूल्य सूचकांक के बावजूद भी, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई राहत में केवल तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है, और यदि हां, तो इसके क्या कारण हैं; और
(ग) क्या सरकार बढ़े हुए थोक मूल्य सूचकांक पर विचार करते हुए सरकारी कर्मचारियों/पशनभोगियों को दिए जानेवाले डीए/डीआर की अगली किस्त की संस्वीकृति प्रदान करते समय उच्च दरों पर डीए/डीआर संस्वीकृत करेगी और यदि नहीं तो, इसके. क्या कारण हैं?
उत्तर
वित्त मंत्रात्रय में वित्त राज्य मंत्री (भी पंकज चौँधरी)
(क) जी, हाँ। थोक मूल्य सूचकांक के अनुसार, मई, 2022 के माह में मुद्रास्फीति 15.88 प्रतिशत दर्ज की गई है जो पिछले 30 वर्षों (अप्रैल, 1992 से) में सबसे अधिक है। तथापि, मुद्रास्फीति की उपर्युक्त द दर अब घटकर जून, 2022 माह में 15.18 प्रतिशत हो गई हैं। इसका ब्यौरा अनुबंध-I में दिया गया है।
(ख) और (ग): जी, नहीं। केन्द्र सरकार के कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) महंगाई राहत (डीआर) की संगणना मुद्रास्फीति संबंधी थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यू पीआई) के आधार पर नहीं की जाती है। केन्द्र सरकार के कर्मचारियों/पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता/महंगाई राहत की संगणना श्रम ब्यूरो (शिमला), श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी किए गए औद्योगिक कामगारों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई-आईडब्ल्यू) के अनुसार मुद्रास्फीति की दर के आधार पर की जाती हैं।
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